अर्जुन का पेड़ । छाल का उपयोग, फायदे और आयुर्वेद उपयोग

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अर्जुन का पेड़ भारत में बड़ी ही आसानी के साथ मिल जाता हैं। यह पेड़ कई सारे औषधीय गुणों से भरा हुआ हैं। अर्जुन पेड़ व अर्जुन छाल के फायदे व आयुर्वेद उपयोग

अर्जुन के पेड़ की छाल का इस्तेमाल कई सारी बिमारियों को दूर करने के लिए किया जाता हैं। इसकी छाल को धूप में सूखा कर पीस कर पाउडर (चूर्ण) बनाया जाता हैं, जिसका प्रयोग कई सारे रोगों को दूर करने के लिए किया जाता हैं।

Arjun Ka Ped In Hindi

आज के लेख में हम अर्जुन के पेड़ की छाल के फायदे, इसके उपयोगी घरेलु नुस्खे और उपाय आदि के बारे में जानेंगे।

अर्जुन का पेड़ की छाल के क्या फायदे हैं?

अर्जुन की छाल का वर्णन आयुर्वेद में अधिक मिलता हैं। यह कई सारी बिमारियों के इलाज में मददगार होती हैं। आइये जानते है अर्जुन के पेड़ की छाल के फायदे और घरेलु नुस्खे एवं उपाय

1. बुखार कम करे

अर्जुन का पेड़ की छाल काचूर्ण बना कर गुड़ के साथ मिला कर लेने से बुखार को कम करने में मदद मिलती हैं।

2. रक्तपित्त दूर करे

सुबह-सुबह अर्जुन की छाल का काढ़ा बना कर पीने से रक्तपित्त को दूर करने में मदद मिलती हैं।

3. बालों को काला बनाये

अर्जुन का पेड़ की छाल का के पाउडर को मेहँदी के साथ मिक्स करके बालों में लगाने से, बालों की सफेदी दूर हो जाती हैं और बाल काले होने लगते हैं।

4. ह्रदय गति समान्य बनाये

अर्जुन की छाल को कपड़े से छान ले और इसके चूर्ण को जीभ पर रख कर चूसे। इससे अनियमित हार्ट बीट रेट को नार्मल करने में आसानी होती हैं।

5. मूंह के छालों का उपचार

अर्जुन की छाल का चूर्ण नारियल के तेल में मिला कर मूंह के छालों पर लगाना चाहिए। इससे मूंह के छाले जल्दी ठीक होने लगते हैं।

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6. मूत्र में हुई रुकावट दूर करे

अर्जुन की छाल या इसके चूर्ण का काढ़ा बना कर पीने से मूत्र में हुई रूकावट समाप्त हो जाती हैं। जब तक पेशाब की रूकावट की समस्या दूर न हो तब तक रोगी को दिन में एक बार यह काढ़ा जरूर पीना चाहिए।

7. हड्डी टूटने के बाद

अगर हड्डी टूट जाये या फिर चोट लग जाये तो अर्जुन की छाल के चूर्ण की फंकी को दूध के साथ लेने से हड्डी जल्दी जुड़ने लगती हैं। इसके अलावा आप इसके छाल को पीस कर लेप लगाए और पट्टी बांधे।

8. कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करे

अगर आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल काफी ज्यादा बढ़ गया हैं तो आप 2 गिलास पानी में डेढ़ चम्मच अर्जुन की छाल का चूर्ण मिलाये। इस पानी को इतना उबाले की पानी आधा हो जाये। फिर इस पानी पानी को छान कर ठंडा करले और रोजाना सुबह-शाम 1 या 2 गिलास पिए। इससे ब्लॉक हुई धमनियां खुलने लगती हैं और बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल लेवल भी कम हो जाता हैं।

9. आग से जलने पर

आग से जल गये हैं और जख्म हो गया हैं, तो अर्जुन की छाल का चूर्ण घाव पर लगाए। इससे घाव जल्दी भरने लगता हैं।

10. हाई ब्लड प्रेशर को कण्ट्रोल करे

रोजान सुबह शाम अर्जुन की छाल के पाउडर का काढ़ा बना कर पीने से हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद मिलती हैं।

11. खांसी से छुटकारा दिलाये

ताज़े हरे अडूसे की पत्तियों का रस निकाले। इस रस में अर्जुन की छाल का चूर्ण मिलाये और इसे सूखने दे। ऐसा सात बार करके चूर्ण को सूखा कर शीशी में भर ले। इस चूर्ण की 3 ग्राम मात्रा शहद में मिला कर लेने से खांसी को दूर करने में मदद मिलती हैं।

12. दिल के लिए फायदेमंद

अर्जुन के पेड़ की छाल से बने चूर्ण का सेवन दिल के मरीजों के लिए फायदेमंद होता हैं। इसकी छाल को पीस कर महीन कपड़े से छान ले और इसकी 3 ग्राम मात्रा पानी के साथ सुबह-शाम ले।

या फिर अर्जुन का पेड़ की छाल को 400 ग्राम पानी में पकाए और जब पानी 200 ग्राम रह जाये तो इसे छान कर शीशी में भर ले। सुबह-शाम इस पानी की 10-10 ml की मात्रा को लेते रहे।

इससे बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल लेवल कम हो जाता हैं। खून के थक्के भी दूर हो जाते हैं और हार्ट अटैक आने का ख़तरा भी काफी कम हो जाता हैं।

13. डायबिटीज में फायदेमंद

अर्जुन का पेड़ की छाल का के चूर्ण को जामुन के बीजों के चूर्ण में बराबर मात्रा में मिलाये। इस चूर्ण की आधा चम्मच मात्रा को रोजाना सोने से पहले गुनगुने पानी में मिला कर पिए। इससे डायबिटीज की बीमारी में काफी ज्यादा लाभ होता हैं।

14. दांत चमकदार बनाये

दांतों का पीलापन दूर करने के लिए अर्जुन के पेड़ की छाल से बने चूर्ण से दांतों को साफ करे। इससे दांतों का पीलापन या दांतों के काले दागों को ख़त्म करने में मदद मिलती हैं। इससे दांत सफ़ेद और चमकदार बनते हैं।

अर्जुन का पेड़ की छाल से होने वाला नुकसान

अर्जुन का पेड़ की छाल का ज्यादा सेवन करने से ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर लेवल काफी ज्यादा कम हो जाता हैं। ऐसे में इसका ज्यादा सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल और ब्लड प्रेशर काफी ज्यादा लो हो सकता हैं, इसलिए जो लोग पहले से ही ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की दवाई खा रहे हैं, उन्हें सावधानीपूर्वक इसका सेवन करना चाहिए।

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