रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय
क्या आप जानते है के सही पौष्टिक आहार खाने से कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) को बलवान किया जा सकता है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली रोग या अन्य संभावित रूप से हानिकारक विदेशी निकायों के खिलाफ शरीर की रक्षा करती है।
ठीक से काम करते समय, प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर के अपने स्वस्थ ऊतक से अलग करते हुए वायरस, बैक्टीरिया और परजीवियों सहित विभिन्न खतरों की पहचान करती है और उन पर हमला करती है। यदि प्रतिरक्षा मजबूत है, तो यह सर्दी, बुखार से भी लड़ सकता है,इन दिनों COVID-19 (जिसे कोरोनावायरस रोग भी कहा जाता है) जैसी बीमारियों से भी बचा जा सकता है।
आज के लेख में हम जानेंगे की किन चीज़ों को खाने से बॉडी का इम्यून सिस्टम मजबूत बनता हैं। कौन से फलों का सेवन करने से बॉडी की इम्युनिटी मजबूत (बूस्ट) होती हैं? क्योंकि कमजोर इम्युनिटी के चलते आप बहुत जल्दी बीमार पड़ सकते हैं। ऐसे में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली का स्ट्रोंग होना काफी ज्यादा जरूरी हैं।
बॉडी की इम्युनिटी मजबूत बनाने के लिए आपको अपनी डाइट पर ध्यान देने की जरूरत हैं। कई सारे आहार ऐसे हैं जिन्हें खाने से इम्यून सिस्टम मजबूत होने लगता हैं।
Immunity badhane ke upay in hindi
अगर आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो गया हैं तो आपको विटामिन सी वाले आहार जरूर खाने चाहिए। विटामिन सी वाले फल जैसे की संतरा, अमरुद, नींबू, पपीता, स्ट्रॉबेरी आदि बॉडी की इम्युनिटी को बढ़ाने में मददगार होते हैं।
यह आपको मोसंबी, संतरा और निम्बू जैसे खट्टे फलों से ही प्राप्त हो जाता हैं। विटामिन K भी इम्युनिटी को बूस्ट करने का काम करता हैं।
बॉडी की इम्युनिटी को बढ़ाने वाले सर्वोतम आहार
आइये जानते हैं की किन चीजों को खाने से कमजोर इम्युनिटी को स्ट्रोंग बनाया जा सकता हैं।
1. ग्रीन टी पीजिये
ग्रीन टी एंटीऑक्सीडेंट से भरी हुई हैं। इसलिए यह काफी ज्यादा लाभकारी होती हैं। साथ ही इसमें कैलोरी भी नहीं होती हैं। इसमें पाए जाने वाले (पॉलीफिनोल) और एंटीऑक्सीडेंट शरीर के ख़राब बैक्टीरिया को नष्ट करके, इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने का काम करते हैं। ग्रीन टी को पीने से सर्दी-जुकाम की समस्या से भी राहत मिलती हैं। आप चाहे तो ज्यादा फायदा लेने के लिए इसमें शहद और नींबू का रस भी मिला कर पी सकते हैं।
2. हल्दी
हल्दी में रक्त शोधक गुण पाए जाते हैं। जिससे स्किन की रंगत में निखार आता हैं। यह बहुत ही शक्तिशाली एंटीबायोटिक हैं जो कैंसर से लेकर अल्जाइमर को ठीक करने की क्षमता रखता हैं। हल्दी में करक्यूमिन पाया जाता हैं जो ब्लड शुगर लेवल को कम करके ग्लूकोज़ के मेटाबोलिज्म रेट को बढ़ा कर डायबिटीज कण्ट्रोल में रखता हैं।
3. हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करे
अगर आप स्वस्थ्य रहना चाहते हैं तो अपनी डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियों को जरूर शामिल करे। क्योंकि इनमे विटामिन्स और मिनरल्स ज्यादा मात्रा में होते हैं।
हरी पत्तेदार सब्जियों में विटामिन ए, विटामिन बी-काम्प्लेक्स, विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, फाइबर आदि तत्व ज्यादा मात्र में होते हैं। इनमे एंटीऑक्सीडेंट भी अच्छी मात्रा में होता हैं जो कैंसर का निर्माण करने वाले फ्री रेडिकल्स को ख़त्म करता हैं या फिर उन्हें बढ़ने से रोकता हैं।
हरी पत्तेदार सब्जियों के सेवन से पाचन तंत्र भी दुरुस्त रहता हैं, साथ ही पेट से जुड़ी बीमारियाँ भी दूर रहती हैं। क्योंकि इनमे फाइबर ज्यादा मात्रा में पाया जाता हैं, इसलिए यह कब्ज़ को दूर करती हैं।
4. विटामिन सी
विटामिन सी खट्टे फलों, टमाटर, हरी पत्तेदार सब्जियां, शिमला मिर्च और रसीले फलों में ज्यादा पाया जाता हैं। विटामिन सी ब्लड में कोलेस्ट्रॉल लेवल को कण्ट्रोल में रखता हैं।
विटामिन सी वाइट ब्लड सेल्स को अच्छी तरह से काम करने में मददगार हैं। विटामिन सी आपके कमजोर इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता हैं। और किसी भी तरह के इन्फेक्शन से लड़ने में आपकी सहायता करता हैं।
5. दही का सेवन करे
दही में दूध की तुलना में ज्यादा कैल्शियम पाया जाता हैं। दही में पाए जाने वाले बैक्टीरिया और पोषक तत्व शरीर के लिए एंटी-बायोटिक की तरह काम करते हैं।
साथ ही शरीर को बिमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करते हैं। दूध के मुकाबले दही में कैल्शियम, प्रोटीन, लैक्टोज, फॉस्फोरस, आयरन जैसी कई तत्व ज्यादा होते हैं। इसलिए दही को पोषक आहार कहा जाता हैं। दही के सेवन से आपका शरीर कई सारी बिमारियों से लड़ने में सक्षम हो जाता हैं।
6. अलसी के बीज
अलसी गुणों से भरा हुआ आहार हैं। इसका इस्तेमाल नियमित रूप से करने पर आपको कई सारी बीमारियाँ होने का ख़तरा काफी कम हो जाता हैं।
अलसी में लिनोलेनिक एसिड, ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जिससे बॉडी की इम्युनिटी बूस्ट होती हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड को हमारा शरीर खुद नहीं बना सकता हैं, इसलिए इसे खाद्य पदार्थों के द्वारा प्राप्त किया जा सकता हैं।
वेजेटेरियन लोगो के लिए अलसी के बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड का सबसे बढ़िया स्रोत माने गये हैं।
जरूर पढ़े……
- क्या साइकिल चलाने से पेट कम होता है
- खाने से जुड़े कुछ मिथक और हकीकत के बारे में जानें
- मेटाबॉलिज्म क्या है हिंदी में
- पपीता खाने के फायदे
7. लहसुन
लहसुन में ऐसे एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करते हैं। लहसुन का सेवन करने से शरीर को बिमारियों से लड़ने की शक्ति प्राप्त होती हैं।
इसमें एलीसिन नामक तत्व पाया जाता हैं जो बॉडी को इन्फेक्शन और बैक्टीरिया से लड़ने की पॉवर देता हैं। प्रतिदिन लहसुन खाने से पेट के अल्सर और कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से बचने में भी मदद मिलती हैं।
रोजाना 2 से 3 लहसुन की कच्ची कलियों को खाली पेट खाने से हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी कण्ट्रोल में रहती हैं। साथ ही इससे लम्बे समय तक आपका इम्यून सिस्टम मजबूत बना रहता हैं।
8. बादाम खाए
विटामिन ई से समृद्ध बादाम सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी सूखा मेवा हैं। विटामिन ई शरीर में नेचुरल रूप से पाए जाने वाले नेचुरल किलर सेल्स को बढ़ने में सहायता करता हैं।
बादाम शरीर में बी टाइप सेल्स की संख्या को बढ़ाता हैं। यह सेल्स शरीर में एंटीबॉडीज का निर्माण करती हैं, जिससे शरीर में उपस्तिथ नुकसानदायक बैक्टीरिया को नष्ट करने में मदद मिलती हैं।
9. जिंक वाले आहार का सेवन करे
जिंक खास करके मांसाहारी भोजन में ज्यादा पाया जाता हैं। जिंक विशेष रूप से समून्द्री भोजन जैसे की केकड़े, झींगा मछली, सिप आदि के अलावा बकरे के मीट में ज्यादा मात्रा में होता हैं।
जिंक शरीर के हॉर्मोन्स को बैलेंस में रखता हैं। स्किन को हेल्दी बनाता है और बॉडी को इन्फेक्शन आदि से बचाता हैं। जिंक शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में भी मददगार है।
शाकाहारी लोगो के शरीर में जिंक की कमी होने का खतरा ज्यादा होता हैं। लेकिन शाकाहारी लोग साबुत अनाज, हरी फल्लीदार सब्जियां, राजमा, छोले और ड्राई फ्रूट्स का सेवन करके काफी हद तक जिंक की कमी को दूर कर सकते हैं।